भारत किंवदंतियों का देश है। प्राचीन काल से ही लोग सदियों से यहाँ रहते आए हैं, उन्होंने घर बनाए हैं, दुनिया को समृद्ध बनाया है, राजघराने बसाए हैं। नई बस्तियाँ बसने के साथ ही कभी-कभी पुरानी बस्तियाँ वीरान हो जाती हैं। कभी-कभी लोग एक ही जगह पर बार-बार बसते हैं। ये सारे बदलाव हर बार नज़र नहीं आते। लेकिन फिर भी प्राचीन साहित्य से, कभी शिलालेखों से, कभी किंवदंतियों से, हमें गाँवों के पुराने नाम, पुराने संदर्भ मिलते हैं। पुरातत्व उत्खनन से कुछ बातें स्पष्ट होती हैं, कभी साहित्य में संदर्भों की पुष्टि होती है तो कभी विद्वानों को अपनी सोच बदलने की ज़रूरत पड़ती है। यह इतिहास से भूगोल को खोजने और विभिन्न स्रोतों के माध्यम से प्राचीन भूगोल के बिंदुओं को जोड़ने का एक प्रयास है।